गुरुवार, 10 नवंबर 2011

पागल खाना

* अभी तो नहीं , लेकिन जिस तरह अन्ना टीम सोते जागते रात- दिन जन लोकपाल बिल -जन लोकपाल बिल बडबडारही है , एक दिन उनकी समर्थक जनता ही उन्हें पागल करार दे देगी । #
* जन लोकपाल भजन
हे लोकपाल , जन लोकपाल !
रहना तुम हम सब पर कृपाल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
हम तेरे चक्र के अन्दर हैं ,
हे चक्र सुदर्शन हो निहाल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
सोने से पहले लोकपाल,
जगने पर पहले लोकपाल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
हर दिवस -रात , हर सुबह -शाम ,
हम अविरल करते जाप माल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
हम टीम बना किर्तन करते
अब तो है इज्ज़त का सवाल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
हम तेरे सेवक टीम अना ,
रखना हम पर अपना ख्याल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
भजती अन्ना की टीम तुझे ,
भजते हैं नीम हकीम लाल । हे लोकपाल , जन लोकपाल !
सरकार मान ही नहीं रही ,
हमको है अतिशय ही मलाल । हे लोकपाल , जन लोकपाल ! ####

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