PS March 2016
Courtesy Ambrish Kumar
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Courtesy Ambrish Kumar
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श्री श्री के कार्यक्रम में एक महिला और पुरुष के प्रेम के सार्वजनिक इजहार से वरिष्ठ पत्रकार ' नागरिक .जी को जो संजीवनी और प्रेरणा मिली उससे उनका हौंसला बुलंद है .उन्होंने लिखा है अभी कम से कम तीस साल और जीने की इच्छा है ,अभी कौन ज्यादा उम्र हुई सिर्फ सत्तर. उनके इस जज्बे को सलाम और श्री श्री का आभार .कौन न और जीना चाहेगा इस आर्ट आफ लिविंग से.यह होता है असर .भले हम कितना भी जलें.फोटो -जनवार की वाल से साभार.
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Devendra Yadav फिर...ओशो कौन से बुरे थे।
Ugra Nath Nagrik ओशो सन्यासी भी हूँ मित्र , - स्वामी नीरव आनंद !
संजीव तिवारी गौकिन, डोकरा बबा कहय 'गुरु बनावै जान के अउ पानी पियै छान के!' तमंचा के डिमाग फेल हो गए हे गौंटिया ...
Smiled
Ambrish Kumar आशाराम छोटे बाबा है उनसे श्री श्री की तुलना ठीक नहीं वे जेल में है और श्री श्री सर्वोच्च अदालत को सीधी चुनौती देते है और पीएम से लेकर गृह मंत्री उनके आर्ट आफ लिविंग का हिस्सा बनते हैं.
Jail jane se pahle unke bhi bade bade chale the
Harishankar Shahi सर नागरिक जी वरिष्ठ पत्रकार हैं,,, इस तथ्य से अंजान था, चूंकि कोई परिचय नहीं है, लेकिन उनके बहुत से परिचितों से सुना है की वो सरकारी कर्मी थे.... खैर यह टिप्पणी विषय से इतर है....
इतर सही, जानकारी सही है । नौकरी में था भी, नहीं भी था । पत्रकारिता में हूँ भी, नही भी हूँ ।
Nagendra Pratap नागरिक जी वरिष्ठ ही नहीं क्रॉनिक पत्रकार हैं। हम सबसे पहले के। वैसे वे "उग्र" भी हैं सो इतनी शालीनता से सिर्फ 30 साल और के लिए तैयार हो जायेंगे इस पर मुझे संदेह है। Ambrish Kumar जी फिर से तस्दीक कर लें।
Ugra Nath Nagrik आकांक्षा सार्वजनिक कर दी गयी है, वह भी भरोसेमन्द पत्रकार द्वारा, तो जीने का प्रबन्ध हुआ समझो । प्रियतमा " प्रिय संपादक" पुनः मेरी मेज पर आ बैठी, यह क्या कम है ? smile emoticon
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